उदघोषित अपराधी को पकड़ने गई पीओ सेल की टीम पर जानलेवा हमला, टांग व बाजू तोड़ी 

उदघोषित अपराधी को पकड़ने अमृतसर गई मंडी पीओ सेल मंडी की चार सदस्यीय टीम पर आरोपी के परिजनों और पड़ोसियों ने जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर घायल

उदघोषित अपराधी को पकड़ने गई पीओ सेल की टीम पर जानलेवा हमला, टांग व बाजू तोड़ी 

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी    19-02-2022

उदघोषित अपराधी को पकड़ने अमृतसर गई मंडी पीओ सेल मंडी की चार सदस्यीय टीम पर आरोपी के परिजनों और पड़ोसियों ने जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर घायल कर दिया। हमले में टीम प्रभारी एचएचसी मोहिंदर सैनी, रवि कुमार और आरक्षी विवेक भंगालिया गंभीर घायल हुए हैं। 

जानलेवा हमले के बाद भी टीम लोगों की भीड़ के बीच से आरोपी को अपनी गाड़ी में बिठाकर साथ ले जाने में कामयाब रही। इस दौरान पड़ोसियों और परिजनों ने टीम की गाड़ी पर भी ईंटों और पत्थरों से हमला किया। स्थानीय पुलिस ने मुश्किल से इन लोगों को सुरक्षित निकाला। 

टीम प्रभारी मोहिंदर सैनी की टांग में फ्रेक्चर हुआ। एक युवक द्वारा हाथ पर काटने से गहरी चोट आई हैं। एचएचसी रवि कुमार पर एक लड़के ने स्कूटी से दो बार जोरदार टक्कर मारकर उसे घायल कर दिया। आरक्षी विवेक भंगालिया की एक बाजू ईंट व पत्थरों के हमले को रोकते हुए फ्रैक्चर हो गई। 

टीम का इंतजार कर रहे एलएचसी दिनेश कुमार हमले में किसी तरह बच गए। 2008 से फरार चल रहे आरोपित को पकड़ने के लिए पीओ सेल की टीम का करीब 13 वर्षों में यह 10वां प्रयास था। पीओ सेल मंडी की टीम ने चोरी व आपराधिक षडय़ंत्र के मामले में फरार चल रहे आरोपी को बीते सोमवार को अमृतसर से गिरफ्तार कर मंडी लाया था। 

टांगों और शरीर में दर्द के बाद अस्पताल में उपचार के दौरान घायल सदस्यों को उनकी टांग व बाजू फ्रेक्चर होने का पता चिकित्सकों की जानकारी पर चला। इसके बाद उनकी बाजू और टांग पर प्लास्टर किया गया है। आरोपी दलजिंदर सिंह पुत्र बलदेव सिंह निवासी मकान नंबर-15 मुख्य बाजार दशमेश नगर थाना मोहनकंपुरा जिला अमृतसर पंजाब चोरी और आपराधिक षडय़ंत्र रचने के मामले में आरोपित था।थाना सदर में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। 

न्यायालय ने आरोपी को 2008 में उदघोषित अपराधी घोषित कर दिया था। अमृतसर के मोहनकंपुरा थाना के तहत जोड़ाफाटक के पास स्थित आरोपी के घर से पुलिस थाना करीब 500 मीटर की दूरी पर है। पीओ सेल की टीम द्वारा अचानक हुए इस हमले की सूचना थाना और जिला के पुलिस अधीक्षक को दी गई थी। लेकिन सूचना के बाद स्थानीय पुलिस थाना की टीम डेढ़ घंटा देरी से मौके पर पहुंची। 

करीब डेढ़ दर्जन की भीड़ के इस हमले से पीओ सेल की टीम को बचाने के लिए थाना से महज तीन पुलिस कर्मी ही भेजे गए। पुलिस अधीक्षक मंडी  शालिनी अग्रिहोत्री ने कहा कि अमृतसर में भगौड़े अपराधी को पकड़ने के दौरान हुए हमले में पीओ सेल टीम के तीन सदस्य गंभीर घायल हुए हैं। विषम परिस्थितियों में आरोपित को पकड़ने में पूरी टीम ने सराहनीय कार्य किया है।