यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 13-12-2020
हिमाचल के जिला कांगड़ा में सरकारी कर्मचारियों के किसान सम्मान निधि डकारने का मामला सामने आने के बाद अब ऊना जिले में भी 1.30 करोड़ रुपये डकारने का मामला सामने आया है। जिले के 57 सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों समेत 1256 करदाताओं ने किसानों के हक की राशि हड़प ली। ये सभी किसान सम्मान निधि के लिए पात्र नहीं थे। अब इनसे रिकवरी की जाएगी।
मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में एक व्यक्ति ने किसान सम्मान निधि की राशि जमा भी करवा दी है। जिले में 1256 सरकारी, रिटायर कर्मियों और आयकरदाताओं ने करीब 1.30 करोड़ रुपये डकार लिए। 57 सरकारी और सेवानिवृत्त कर्मियों ने 4.57 लाख रुपये हड़प कर लिए। आयकरदाता 1199 लोगों ने भी 1.25 करोड़ राशि डकार ली।
अब इन्हें प्रशासन नोटिस भेज रहा है। वर्तमान में किसान सम्मान निधि को लेकर लाभार्थियों की सॉफ्टवेयर से वेरिफिकेशन की जा रही है। ऐसे में किसान निधि के नाम पर राशि डकारने वालों की फेहरिस्त लंबी हो सकती है। उधर, डीसी ऊना राघव शर्मा ने कहा कि गलत तरीके से किसान सम्मान निधि की राशि लेने वालों की सूची मिली है। इन्हें रिकवरी नोटिस दिए जाएंगे। एक व्यक्ति ने आठ हजार रुपये जमा करवा दिए हैं।
किसान सम्मान निधि योजना में सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी पात्र नहीं हैं। दस हजार से अधिक पेंशन लेने वाले रिटायर कर्मचारी इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं। बावजूद इसके ऊना जिले के 57 ऐसे लोगों ने आवेदन किया और साढ़े चार लाख रुपये अधिक की राशि हड़प भी ली।
किसान सम्मान निधि योजना में हर वर्ष पात्र किसानों को दो - दो हजार रुपये किस्त के साथ छह हजार रुपये मिलते हैं। योजना के लिए किसान के पास खेती की भूमि होना जरूरी है। कुछ श्रेणियों को खेती की भूमि होने के बावजूद इस योजना से बाहर रखा गया है।