कोरोना की फैक्टरी बनी हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी , 224 कर्मचारी पॉजिटिव

कोरोना की फैक्टरी बनी हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी , 224 कर्मचारी पॉजिटिव

यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 20-07-2020

हरिद्वार में सिडकुल की हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कल तक यह संख्या 220 थी। आज सुबह तक चार कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब यह आंकड़ा 224 पहुंच गया है।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हिंदुस्तान लीवर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें कर्मचारियों को इकट्ठा कर लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने इसकी पुष्टि की है।

सिडकुल स्थित हिंदुस्तान यूनिलीवर में कोरोना के 224 केस सामने आने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। प्रशासन ने कंपनी में उत्पादन बंद करा दिया है। कंपनी में अब तक 224 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 496 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है।

एक ही दिन में रिकॉर्ड सबसे अधिक मरीज सामने आने के बाद प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है। डीएम ने जिले के सभी उद्योगों में दस फीसदी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराने के आदेश जारी किए हैं।

साथ ही संक्रमण रोकने के लिए 30 नई टीमों का गठन किया गया है। रविवार को हरिद्वार जनपद में 171 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें सिडकुल स्थित हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी के 153 मरीज शामिल रहे।

कंपनी में 1400 कर्मचारियों के सैंपलों की जांच में अब तक 224 कर्मचारी पॉजिटिव मिले हैं, जबकि 1800 के सैंपल लिए जा चुके हैं। कंपनी में कुल 2500 कर्मचारी कार्यरत हैं। सीएमओ डॉ. शंभू झा ने बताया कि फिलहाल जितने कर्मचारी ड्यूटी पर आ रहे थे, उनके सैंपल लिए जा चुके हैं। बड़ी बात यह है कि जिले के अधिकांश क्षेत्रों में ये कर्मचारी रह रहे हैं।

इन सभी को भर्ती करने के लिए कोविड केयर सेंटरों को फिर से शुरू कर दिया गया है। साथ ही कुछ मरीजों को ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेद के अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भी भर्ती कराया गया है।

उधर, हिंदुस्तान यूनिलीवर में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आने पर डीएम सी रविशंकर ने आदेश जारी किए हैं कि सभी निजी कंपनियां और उद्योग अपने यहां दस फीसदी कर्मचारियों की कोरोना जांच खुद के खर्चे से निजी लैब से कराएंगे।

जांच के लिए कंपनी खुद कर्मचारियों का चयन करेंगी। अगर इनमें से कोई पॉजिटिव मिलता है तो सभी कर्मचारियों की जांच होगी। साथ ही कोरोना के मरीजों के संपर्क में आने वालों को चिह्नित करने के लिए गांवों और शहरी क्षेत्रों में विलेज व सिटी रिस्पांस के लिए 30 नई टीमों का गठन किया गया है।

जिले में अब संक्रमण रोकने के लिए कुल 58 टीमें काम करेंगी, जिनमें 158 कर्मचारी होंगे। डीएम ने बताया कि अभी तक आए मरीजों में 99 प्रतिशत में कोरोना के प्राथमिक लक्षण सामने नहीं आ रहे हैं।

बताया जा रहा है कि सिडकुल क्षेत्र की कंपनियों में करीब दो लाख कर्मचारी हैं। इनमें से दस प्रतिशत के हिसाब से 20 हजार की जांच करनी होगी। डीएम सी रविशंकर के आदेश पर अब दस प्रतिशत कर्मचारियों के सैंपलों की जांच होगी।

यह आदेश सोमवार से लागू करा दिया गया है। एक जांच की कीमत 2400 रुपये है। सीएमओ ने बताया कि सैंपलिंग के लिए तैयारियां शुरू करा दी गई हैं।

रविवार को हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में एक साथ 153 कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव आने आने के बाद कई सवाल खड़े होने लगे हैं। लोगों का कहना है कि समय रहते अगर कंपनी प्रबंधन और प्रशासन ने ठोस निर्णय लिए होते तो यह नौबत नहीं आती।

जानकारी के अनुसार, सीतापुर निवासी एक कर्मचारी दिल्ली गया था, जहां वह अपने भाई से मिला। वहां से लौटने के बाद वह काम पर आ गया। बाद में पता चला कि दिल्ली में रहने वाले उसके भाई को कोरोना हुआ है। इसके बाद कर्मचारी के भी सैंपल लिए गए और उसमें कोरोना की पुष्टि हुई।