यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 18-02-2021
गत सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा के 11 दिन बाद भी शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को कोई शव नहीं मिला था, लेकिन गुरुवार की सुबह तपोवन सुरंग से एक शव बरामद किया गया है। वहीं मलबा निकालने का कार्य आज 12वें दिन भी जारी है।
गुरुवार को मिले तीनों शवों की शिनाख्त हो चुकी है। जिसमें जगदीश तोमर पुत्र धूम सिंह निवासी कालसी देहरादून, विक्की भगत पुत्र कर्मदास भगत निवासी झारखंड और माधवी देवी पत्नी चैत सिंह निवासी जुग्जू तपोवन चमोली के रूप में हुई है। अभी तक मिले 61 शवों में से 33 की शिनाख्त हो चुकीहै।
ऋषिगंगा की आपदा में लापता लोगों में से बृहस्पतिवार को तीन लोगों के शव बरामद हुए। आपदा के 12वें दिन तपोवन सुरंग से दो लोगों और रैणी गांव निवासी एक महिला का शव मिला। टनल से एक मानव अंग भी बरामद हुआ है। जोशीमठ थाने में अब तक 204 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है।
इसके साथ ही 56 परिजनों और 49 शवों के डीएनए सैंपल मिलान के लिए एफएसएल देहरादून भेजे गए हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि सुरंग के अंदर मलबा और कीचड़ की ज्यादा होने के कारण खोज और राहत बचाव कार्य लंबे समय तक चलेगा।
आज सुरंग से दो और रैणी क्षेत्र से एक शव बरामद किया गया है। सुरंग से कुल 13 शव निकाले जा चुके हैं। अब तक 61 शव और 27 मानव अंग बरामद हो चुके हैं। 143 लोग अभी भी लापता हैं।
तपोवन सुरंग से आज तड़के साढ़े चार बजे शव बरामद किया गया। सुरंग में पानी आने पर पंपिंग द्वारा पानी निकाल दिया जा रहा है। खोज और राहत बचाव कार्य जारी है। गुरुवार की सुबह एक शव मिलने के बाद अब कुल मृतकों की संख्या 59 हो गई है। वहीं अभी भी 145 लोग आपदा के बाद से लापता चल रहे हैं।