जनता की समस्याओं के शीघ्र निवारण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें अधिकारी : जयराम ठाकुर

जनता की समस्याओं के शीघ्र निवारण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें अधिकारी : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   12-01-2021

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के अधिकारियों को लोगों की शिकायतों के शीघ्र निवारण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करने के निर्देश दिए, ताकि शिकायतों के निवारण में अनावश्यक रूप से देरी के कारण उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हों। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं को शीघ्र हल करने और उनके समय व धन की बचत के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 आरम्भ की है।

मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 और जनमंच लोगों की शिकायतांे का निवारण उनके घरद्वार पर करने के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं।  
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्पलाइन-1100 शुरू होने के पश्चात इस पर 84 विभागों से संबंधित 789756 फोन काॅल आए, जिनमें से 153970 शिकायतें, 13682 मांगे एवं सुझाव और 622104 जानकारी एवं फाॅलो-अप काॅल्ज और अधिकारी हेल्पडेस्क पर 17946 फोन काॅल्ज प्राप्त हुए। शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि के पश्चात 98132 शिकायतें बंद कर दी गईं।  

उन्होंने कहा कि कुल शिकायतों में से 81 प्रतिशत प्रदेश के 10 मुख्य विभागों जल शक्ति, लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, राजस्व, एचपीएसईबीएल, पुलिस, ग्रामीण विकास, एचआरटीसी, वन और शहरी विकास विभाग से संबंधित होती हैं। इसलिए इनके शीघ्र निवारण पर विशेष बल दिया जाना चाहिए।
 
जयराम ठाकुर ने कहा कि यद्यपि हेल्पलाइन जनता की शिकायतों के निवारण के लिए शुरू की गई है, परंतु जनता द्वारा उठाई गई मांागों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। इससे सरकार को संबंधित क्षेत्रों से जुड़ी मांगों के बारे में उचित प्रतिक्रिया प्राप्त होगी। उ

मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा कि राज्य के सम्पूर्ण विकास के लिए डेटा संचालित राय महत्वपूर्ण है। सभी विभागों को अपनी उपलब्धियों एवं लक्ष्यों का विश्लेषण करना चाहिए। उन्होंने विभिन्न लक्ष्यों के लिए विशेषताओं और समयसीमा को पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता भी महसूस की।
 
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, संजय गुप्ता, मनोज कुमार व आर.डी. धीमान, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, ओंकार चन्द शर्मा व के.के. पंत, सचिव सन्दीप भटनागर, विकास लाबरू व अमिताभ अवस्थी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।