जिले में स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान 51 गतिविधियां और कार्यक्रम होंगे आयोजित : उपायुक्त
लोक निर्माण विभाग की तर्ज पर अन्य विभाग भी तैयार करें डॉक्यूमेंटेशन
यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा 28-01-2021
हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान जिले में आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों की रूपरेखा को तय करने के लिए उपायुक्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में उपायुक्त डीसी राणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान चंबा जिला में भी विभिन्न 51 कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बैठक में मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपनी-अपनी कार्ययोजना को जल्द तैयार करके प्रस्तुत करें।
उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान जिला में कुछ मॉडर्न गांव विकसित किए जाएंगे। इस कार्य में वन विभाग के अलावा कुछ अन्य विभाग भी सम्बद्ध रहेंगे।
जैविक खेती के लिहाज से चंबा जिला में मौजूद व्यापक संभावनाओं के दृष्टिगत उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कहा कि वे जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में व्यवहारिक कार्य योजना को लेकर स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान कार्य करें।
हिमाचल 'तब और आज' की तर्ज पर चंबा जिला 'तब और आज' पर आधारित डॉक्यूमेंटेशन का कार्य अन्य विभाग भी लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई डॉक्यूमेंटेशन के अनुरूप करना सुनिश्चित बनाएं ताकि विभिन्न क्षेत्रों में अब तक हुए बदलाव से वर्तमान पीढ़ी भी आंकड़ों और चित्रों के माध्यम से रूबरू हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि इस तरह का व्यापक डॉक्यूमेंटेशन हमें जिले के आने वाले 25 वर्षों के विजन को तैयार करने में भी मदद करेगा।
उपायुक्त ने 10वीं और जमा दो के विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग की सतत व्यवस्था करनेेे के निर्देश भी शिक्षा विभाग के अधिकारियोंं को दिए।
बैठक में सभी विभागों द्वारा आयोजित की जाने वाली गतिविधियों और कार्यक्रमों के लक्ष्य निर्धारण के साथ महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा के बाद उपायुक्त ने सभी विभागों के जिलाधिकारियों को कार्य योजना को विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल करने के लिए कहा।
उपायुक ने कहा कि स्वर्णिम हिमाचल की अवधारणा के साथ स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान विभिन्न तरह के कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन के लिए सभी विभागों की भूमिका को तय किया गया है।
ऐसे में सभी जिलाधिकारी अपने विभाग से संबंधित पांच नवाचार योजनाओं पर आधारित कार्य योजना की सूची को जल्द अंतिम रूप दें।
उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन और ग्रामीण विकास पर आधारित योजनाओं को अंतिम रूप देने से पहले यहां मौजूद प्राकृतिक संसाधनों के साथ स्थानीय लोगों की आर्थिकी पर आधारित कार्य योजना पर विशेष फोकस रखें तभी लोग प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के प्रति भी जागरूक होंगे।
चलो चंबा अभियान के तहत किए जाने वाले विभिन्न कार्यों पर चर्चा के दौरान उपायुक्त ने वन विभाग को जिले में विभिन्न स्थानों पर वन वाटिका को विकसित करने और औषधीय पौधों को तैयार करने के लिए कहा। वन विभाग चंपक और मेपल के पौधे लगाने को लेकर भी आवश्यक कदम उठाए।
उपायुक्त ने बागवानी विभाग के उपनिदेशक को निर्देश देते हुए कहा कि बागवानी विभाग जिले के सभी खंडों में हाई डेंसिटी फल पौधों के फार्म स्थापित करने का एक्शन प्लान तैयार करे ताकि पूरे जिले में बागवानी के लिहाज से हाई डेंसिटी फल पौधों पर आधारित बगीचे तैयार हो सकें।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनचेतना रथ पूरे जिले में भ्रमण करेगा और इस दौरान जिला के इतिहास और विकास को लेकर चर्चा करने के साथ आम जनमानस का फीडबैक भी हासिल किया जाएगा।
उपायुक्त ने चंबा जिले की विशेष तौर से महत्वपूर्ण पारंपरिक फसलों की जियो टैगिंग करने को लेकर भी संबंधित विभाग को निर्देश दिए। उपायुक्त ने यह भी कहा कि स्वर्ण जयंती वर्ष के दौरान जिले में पंचायत स्तर पर ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर प्रभावी तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपसवाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजय कुमार, पशुपालन उपनिदेशक डॉ राजेश सिंह, जिला योजना अधिकारी गौतम शर्मा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए योगेंद्र कुमार वन मंडल अधिकारी निशांत मन्ढोत्रा के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।