टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिला किन्नौर में 85,294 व्यक्तियों की क्षय रोग जांच

टीबी मुक्त भारत अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए किन्नौर जिले के तीनों खंडों में चलाया जा रहा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान राज्य सरकार वर्ष 2025 तक हिमाचल प्रदेश से क्षयरोग उन्मूलन के लिए कृत संकल्पित है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल किन्नौर जिले में टीबी मुक्त भारत अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया गया

टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिला किन्नौर में 85,294 व्यक्तियों की क्षय रोग जांच
 
यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ  07-05-2023
 
टीबी मुक्त भारत अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए किन्नौर जिले के तीनों खंडों में चलाया जा रहा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान राज्य सरकार वर्ष 2025 तक हिमाचल प्रदेश से क्षयरोग उन्मूलन के लिए कृत संकल्पित है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल किन्नौर जिले में टीबी मुक्त भारत अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। इस दिशा में जिला स्वास्थ्य विभाग किन्नौर ने क्षयरोग के मामलों की पहचान करने और उन्हें स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए घर-घर जाकर संभावित टीबी के मरीजो की जांच (एक्टिव केस फाइंडिंग ) अभियान शुरू किया है।
 
 
जिला स्वास्थ्य विभाग ने टीबी मुक्त भारत अभियान को हासिल करने के लिए किन्नौर जिले के तीनों खंडों में एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान चलाया है. किन्नौर जिले के सभी तीन खण्डों में 89,271 व्यक्ति हैं और 85,294 व्यक्तियों की एसीएफ में क्षय रोग की जांच की गई है, जिनमें से 546 संभावित मामलों की फील्ड एक्टिव केस फाइंडिंग में पहचान की गई है और लगभग 07 मामलों का फील्ड एसीएफ में पहचान की गई है।सांगला खण्ड की कुल जनसंख्या 33,529 है और एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान में 31,119 व्यक्तियों की जांच की गई है, जिसके परिणामस्वरूप खण्ड में 93 प्रतिशत लोगों की जांच की गई है। 
 
 
जांच किए गए 31,119 व्यक्तियों में से लगभग 167 मामलों की फील्ड एसीएफ में प्रकल्पित मामले के रूप में पहचान की गई है और फील्ड एसीएफ में 04 क्षयरोग के मामलों का निदान किया गया है। पूह खण्ड में 27,657 व्यक्ति हैं और एसीएफ में 24,204 व्यक्तियों की जांच की गई है, जोकि खण्ड में क्षयरोग के लिए जांच की गई आबादी का 88 प्रतिशत है। पूह खण्ड में 24,204 व्यक्तियों में से लगभग 190 मामलों की पहचान की गई है और फील्ड एसीएफ में 02 मामलों का निदान किया गया है।
 
 
निचार खंड की कुल आबादी 28,085 व्यक्तियों की है और फील्ड एसीएफ में 29,971 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसके परिणामस्वरूप खण्ड में 106 प्रतिशत लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। जांच किए गए 29,971 व्यक्तियों में से फील्ड एसीएफ में लगभग 189 अनुमानित मामलों की पहचान की गई है, जिनमें से फील्ड एसीएफ में क्षयरोग के 01 मामले का निदान किया गया है। जिला किन्नौर मेें वर्ष 2020 में क्षय रोग के लगभग 183 रोगी पंजीकृत किये गये थे, जिनमें से 174 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि वर्ष 2021 में लगभग 194 रोगी पंजीकृत किये गये थे जिनमें से 186 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके थे और वर्ष 2022 में लगभग 201 रोगी पंजीकृत किये गये थे. जिसमें 158 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
 
 
स्वास्थ्य संकेतकों के अनुसार भारत में एक लाख की आबादी पर 196 टीबी रोगी और हिमाचल प्रदेश में एक लाख की आबादी पर 211 टीबी रोगी है, जबकि जिला किन्नौर में एक लाख की आबादी पर 120 टीबी रोगी है।सरकार द्वारा सभी टीबी रोगियों को उपचार अवधि में निक्षय पोषण योजना के तहत एकमुश्त 750 रुपये और 500 रुपये प्रति माह पोषण सहायता प्रदान की जा रही हैं । क्षयरोग से सम्बन्धित जानकारी के लिए टोल फ्री न0 1800116666 या 104 पर जिला क्षयरोग अधिकारी रिकांग पिओ किन्नौर से सम्पर्क किया जा सकता है।