दुश्मनों के लिए और भी घातक बनेगे वायुसेना के गरुड़ कमांडो , दी जाएगी विश्वस्तरीय ट्रेनिंग
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 08-11-2020
सार छोटी मगर घातक के सिद्धांतों पर गरुड़ कमांडो को तैयार किया जाएगा । चीन के साथ चल रही तनातनी के चलते यह ट्रेनिंग खास मायने रखेगी । वायु सेना की स्पेशल कमांडो टीम ‘गरुड़’ अब और घातक बनेगी। इन कमांडो को अब वर्ल्ड स्पेशल फोर्स सरीखे ट्रेनिंग से लैस किया जा रहा है। चीन के साथ चल रही तनातनी के चलते यह ट्रेनिंग कई मायनों में खास मानी जा रही है।
गरुड़ इंडियन एयरफोर्स की विशेष कमांडो फोर्स है। नेवी के मार्कोस और आर्मी के पैरा कमांडो की तर्ज पर एयरफोर्स ने अपनी इस कमांडो फोर्स का गठन किया था। करीब 16 साल पहले इस फोर्स को एयरफोर्स में शामिल किया गया था। जमीन, आसमान और पानी में हर तरह के ऑपरेशन को बखूबी अंजाम देने में महारथी इन कमांडो को एयरफोर्स ने अपने एयरबॉर्न ऑपरेशंस, एयरफील्ड सीजर व काउंटर टेरेरिज्म ऑपरेशंस के लिहाज से भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया है।
स्ट्राइकर (घर में घुसकर मारना) की भूमिका में भी ये कमांडो बेहद खतरनाक माने जाते हैं। अब इन्हीं गरुड़ कमांडो को एयरफोर्स वर्ल्ड स्पेशल फोर्स की तरह से प्रशिक्षित कर रही है। एयरफोर्स सूत्रों ने बताया कि दुनिया की लगभग सभी स्पेशल फोर्स एसटीआईई (स्माल टीम इंसर्शन एंड एक्सट्रेक्शन) के सिद्धांत पर काम करती हैं। जिसका मतलब होता है छोटी, घातक और पूरी तरह आत्मनिर्भर टीम।
एयरफोर्स के गरुड़ कमांडो भी इसी सिद्धांत पर प्रशिक्षित किए जा रहे हैं। जिससे उनकी क्षमताओं में और इजाफा होगा और ये फोर्स और खतरनाक बनेगी। गरुड़ कमांडो इस वक्त अत्याधुनिक हथियारों, टोही उपकरणों समेत किलर ड्रोन जैसे उपकरणों से लैस हैं। मगर इन कमांडो की वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग इन्हें और खतरनाक बनाएगा ।