न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 26-10-2020
पंजाब में विजयादशमी के मौके पर रावण के पुतले में पीएम नरेंद्र मोदी का मुखौटा लगाने को लेकर विवाद बढ़ गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को इसे राहुल गांधी निर्देशित नाटक करार दिया। उन्होंने कहा कि ये घटना शर्मनाक तो है लेकिन अनापेक्षित नहीं।
इसके अलावा उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार पर कभी भी प्रधानमंत्री कार्यालय की इज्जत न करने का आरोप लगाया। जेपी नड्डा ने कहा कि निराशा और बेशर्मी का मेल खतरनाक होता है।
कांग्रेस में यह दोनों ही हैं। माता द्वारा शालीनता और लोकतंत्र की खोखली बयानबाजी की जाती है। वहीं बेटा नफरत, क्रोध, झूठ और आक्रामकता की राजनीति के जीवंत प्रदर्शनों का पूरक है। इसमें दोयम दर्जे की बहुतायत है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी के निर्देश पर पंजाब में प्रधानमंत्री का पुतला जलाने का नाटक शर्मनाक है लेकिन अप्रत्याशित नहीं है। आखिरकार, नेहरू - गांधी परिवार ने कभी भी प्रधानमंत्री के कार्यालय का सम्मान नहीं किया है। यह 2004-2014 में यूपीए के वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री के अधिकार वाली संस्था के कमजोर होने के तौर पर देखा गया था।
उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई एक ऐसी पार्टी है, जिसका आचरण घृणा का पात्र है, तो वह कांग्रेस है। राजस्थान में एससी-एसटी समुदायों पर अत्याचार चरम पर हैं, राजस्थान के अलावा पंजाब में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। पंजाब के मंत्री छात्रवृत्ति घोटाले कर रहे हैं।
’नड्डा ने कांग्रेस पर प्रेस को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘अभिव्यक्ति की आजादी पर, कांग्रेस कभी भी दूसरों पर दबाव नहीं बना सकती। उन्होंने दशकों तक असंतुष्ट आवाजों को दबाया है। हमने आपातकाल के दौरान इसकी झलक देखी है। बाद में, राजीव गांधी की सरकार ने प्रेस की आजादी को कमजोर करने का प्रयास किया।
दबाव मुक्त प्रेस कांग्रेस को चुभती है। वहीं राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला जलाए जाने को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी का पुतला जलाया गया। पंजाब में प्रधानमंत्री के प्रति लोगों का गुस्सा इस स्तर तक पहुंच गया है। प्रधानमंत्री को इन लोगों से बात करनी चाहिए।