पांच महीने के बाद फिर से कांगड़ा जिले की पौंग लेक में मछली का शिकार शुरू

पांच महीने के बाद फिर से कांगड़ा जिले की पौंग लेक में मछली का शिकार शुरू

यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा   16-08-2020

लंबे इंतजार के बाद ही सही लेकिन मछली खाने का शौक रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। पहले लॉकडाउन और फिर मछली प्रजनन के कारण लगे दो महीने के सरकारी प्रतिबंध के बाद करीब पांच महीने के बाद फिर से कांगड़ा जिले की पौंग लेक में मछली का शिकार शुरू हो गया है। रविवार यानी आज से लोगों को बाजार में मछली मिलनी शुरू हो जाएगी।

यहां जिक्र योग है कि कोरोना के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन के बीच 24 मार्च से 15 जून तक मछली का शिकार नहीं हो पाया।

इसके बाद हर साल की तरह मछली प्रजनन के कारण 15 जून से 15 अगस्त तक सरकारी प्रतिबंध ला गया था। अब शनिवार से यह प्रतिबंध हट गया है।

इसी के मद्देनजर शनिवार को मछुआरों द्वारा पौंग लेक में नावों को पहुंचा दिया गया। शाम होते ही मछुआरों ने लेक में जाल बिछा दिया। अब आज से मत्स्य सोसायटी में मछली पहुंच जाएगी। 

बता दें कि इस लेक से मछली पकड़ कर करीब 2300 मछुआरे अपने परिवारों का पालन-पोषण करते हैं। पहले लगे लॉकडाउन और फिर सरकारी प्रतिबंध के चलते मछुआरों को अपने परिवार की जीविका चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

मत्स्य विभाग ने प्रजनन काल के दौरान सभी नदियों और खड्‌डों में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था।यह रेजरवॉयर राहु, महाशीर, माली, सिंघारा, कुलबंश और रोगल मछली का उत्पादन कर रहा है। सिंघारा मछली सबसे अधिक मूल्य की बिकती है।