पेट्रोल-डीजल भरवाने हिमाचल, चंडीगढ़ और हरियाणा जा रहे पंजाब के लोग जानिए वजह.......
केंद्र सरकार ने देशभर में पेट्रोल के दाम पांच रुपये और डीजल के दाम 10 रुपये कम कर एक तोहफा दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 06-11-2021
केंद्र सरकार ने देशभर में पेट्रोल के दाम पांच रुपये और डीजल के दाम 10 रुपये कम कर एक तोहफा दिया है। केंद्र सरकार का यह तोहफा पंजाब के पेट्रोल पंप मालिकों पर भारी पड़ गया है।
दरअसल, पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट ज्यादा होने के कारण पड़ोसी प्रदेश हिमाचल, हरियाणा और चंडीगढ़ की अपेक्षा यहां कीमतें अधिक हैं। इसका नतीजा यह निकला है कि सीमा पर सटे पेट्रोल पंप से तेल लेने की जगह लोग दूसरे प्रदेशों का रुख कर रहे है।
अगर दाम के अंतर की बात करें तो पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़ में पेट्रोल 11.64 रुपये लीटर सस्ता है। हिमाचल में 11.57 रुपये और हरियाणा में 10.60 रुपये सस्ता है। अगर पंजाब सरकार ने जल्द अपने वैट को कम नहीं किया तो आने वाले दिनों में सीमाओं से सटे पेट्रोल पंप ठप होने की कगार पर पहुंच जाएंगे।
अगर सरकार ने जल्द इस मामले पर फैसला नहीं लिया तो पंजाब के खजाने पर भी इसका असर देखने को मिलेगा क्योंकि ज्यादातर लोग पंजाब की जगह पड़ोसी प्रदेशों का रुख करने लगे हैं।
केंद्र सरकार ने दीपावली की रात को तेल की कीमतों को कम किया था। इस राहत के बाद पंजाब में पेट्रोल के दाम 105.87 रुपये और डीजल का रेट 89.52 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इसके मुकाबले हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल 79.22 रुपये लीटर और पेट्रोल 94.30 रुपये लीटर पर है। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने वैट कम कर दिया है। यहां पर डीजल 80.90 रुपये लीटर और पेट्रोल 94.23 रुपये लीटर है। कुछ यही हाल पड़ोसी राज्य हरियाणा का है।
यहां पर पेट्रोल की कीमत 95.81 रुपये लीटर और डीजल 87.02 रुपये प्रति लीटर है। इन तीनों प्रदेशों में पंजाब के मुकाबले तेल की कीमत कम हो चुकी है। अब इन प्रदेशों की सीमा के करीब बसे लोग पंजाब में ईंधन नहीं भरवा रहे हैं। पंजाब के पेट्रोल पंप की सेल में 25 फीसदी तक गिरावट देखने को मिल रही है।
जबकि सीमा से सटे पंप पर तो 70 फीसदी तक गिरावट आ चुकी है। यूसीपीएमए के प्रधान डीएस चावला ने बताया कि पंजाब सरकार ने जल्द वैट कम नहीं किया तो पेट्रोल पंप मालिकों के सामने भूखे मरने की नौबत आ सकती है।
तेल के दाम करने के फैसले का स्वागत करते है लेकिन अब पंजाब सरकार को वैट कम करना होगा। क्योंकि अगर यह नहीं होता है तो हमारी इंडस्ट्री को कोई फायदा नहीं होगा।
क्योंकि ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ियों में पंजाब की जगह तेल लेने के लिए पड़ोसी प्रदेशों का रुख करेंगे। ऐसे में भाड़े के दाम कम नहीं होंगे तो हमारी इंडस्ट्री को फायदा कहां से होगा। पंजाब सरकार को तुरंत फैसला लेकर वैट को काम करना चाहिए।