भुरेश्वर महादेव मंदिर में देव परंपरा शुरू हुआ गयास पर्व   

भुरेश्वर महादेव मंदिर में देव परंपरा शुरू हुआ गयास पर्व   

यंगवार्ता न्यूज़ - सराहां 23-11-2020

सराहां के समीप भुरेश्वर महादेव मंदिर में देव परंपरा को निभाते हुए रविवार से पूजा अर्चना विधिवत आरम्भ हो चुकी है जो गयास पर्व तक निरन्तर चलेगी।देव परम्परा के अनुसार दीपावली के पश्चात अष्टमी तिथि की रात्रि जो कि इस वर्ष 22 नवम्बर रविवार को थी।

उस रात्रि मंदिर का पुजारी रात्रि 2 से तीन बजे के लगभग देवता की छू यानी विशेष किस्म के पत्थर लेने 5 किलोमीटर के लगभग दूर कवाल नदी में नंगे पांव पैदल जाता है जहाँ से वो विशेष किस्म के पत्थर एकत्रित करके अगले दिन सुबह वापिस लौटता है।देव परम्परा के अनुसार यह कार्यक्रम काफी गुप्त रहता है जिसमे पुजारी के साथ केवल एक या दो व्यक्ति होते है जिन्हें इस कार्य के लिये नियुक्त किया गया होता है। इस अवसर पर सर्वप्रथम शेष नाग की पूजा करने का विशेष विधान है।

नवमी तिथि की रात्रि को जो कि इस वर्ष सोमवार 23 नवम्बर को हे रात्रि को देवता का करयाला किया जाएगा जिसमे लोक परम्परा के अनुसार देवता का स्वांग किया जाएगा।

इसी दौरान नदी से एकत्रित किये गये विशेष पत्थरो को रात भर आग में भून कर उनसे भस्म तैयार की जाएगी जिससे देवठी गांव व भुरेश्वर महादेव के मंदिर में विशेष प्रकार का लैप करने की परंपरा है।गौरतलब है कि भुरेश्वर महादेव का इतिहास काफी प्राचीन है और केदारनाथ धाम से भी इसका संबंध माना जाता है।यहाँ पर विशेष शाबरी मंत्रो से पूजा अर्चना करने का विधान है।