हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय उच्च शिक्षा के विकास में एक बार फिर से कोविड आड़े आ गया है। नेक को अप्लाई करने के बाद भी इस बार टीम ने छह माह तक हिमाचल में न आने की बात कही है। ऐसे में अब दिल्ली से इस बार नैक की टीम नहीं पहुंचेगी। हालांकि इससे पहले प्रदेश सरकार से जारी आदेशों के बाद नेक से ग्रेड लेने वाले कालेजों ने नेक को अप्लाई कर दिया था।
फिलहाल अब जब नेक की टीम ने अभी कालेजों के निरीक्षण के लिए मना कर दिया है, तो उसके बाद अब बिना ग्रेड के कालेजों को बजट मिलेगा, या नहीं यह चिंता बनी हुई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार अब यूजीसी को प्रोपोजल भेजने जा रहा है। इस प्रोपोजल में केंद्र सरकार से मांग की जाएंगी कि जिन कालेजों के पास ग्रेड भी नहीं है, उन्हें भी दी जाएं। फिलहाल अब अगर बिना ग्रेड के फिर से कालेजों का रूसा बजट रूक गया, तो ऐसे कई दिक्कतें सरकार व शिक्षा विभाग की बढ़ सकती है।
ऐसे में अब कालेजों को नैक एक्रीडेशन के लिए और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। कोरोना वायरस के चलते यह प्रक्रिया लटक गई है। हालांकि कालेजों ने नैक एक्रिडेशन के लिए आवेदन कर दिया है, लेकिन इस साल नैक एक्रिडेशन के लिए पात्र कालेजों का निरीक्षण नहीं हो पाएगा। बताया जा रहा है कि नवंबर में प्रदेश में कालेजों के निरीक्षण करने के लिए नैक की टीम का दौरा प्रस्तावित था, लेकिन कोरोना के कारण अब यह टीम कालेजों का दौरा करने हिमाचल नहीं आएगी।
ऐसे में इस साल पात्र कालेजों को नैक से एक्रिडेशन मिलना संभव नहीं लग रहा है। उन्हें अब इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक इस साल प्रदेश के लगभग 15 से अधिक कालेजों ने नैक से एक्रिडेशन के लिए आवेदन किया है। हाल ही में स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल शिक्षा विभाग की ओर से कालेजों को नैक एक्रिडेशन के लिए आवेदन करने संबंधी कार्यशाला का आयोजन भी किया गया था। इसमें सभी जिला के कालेजों के प्रधानाचायों ने भाग लिया था।
इस कार्यशाला में पात्र कॉलेजों को नैक से एक्रिडेशन के लिए किस तरह आवेदन करना है, इस बारे जानकारी दी गई थी। गौर हो कि प्रदेश में 70 से अधिक कालेजों के पास इस समय नैक से एक्रिडेशन नहीं है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने पात्र कालेजों को नैक से एक्रिडेशन लेने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में पात्र कालेज नैक से एक्रिडेशन लेने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं । बतां दें कि रूसा ग्रांड के लिए केंद्र सरकार ने कॉलेजों को नेक से एक्रिडेशन लेना अनिवार्य किया है। अब उसी कॉलेज को ग्रांट दी जाएगी जो नैक से एक्रिडेटिड होंगे।
गौर हो कि प्रदेश में 32 कालेज इस समय नैक एक्रिडेटिड हैं। स्टेट हायर एजुकेशन काउन्सिल के अध्यक्ष प्रोफेसर सुनील गुप्ता ने बताया कि कोरोना के कारण नैक एक्रिडेशन को लेकर होने वाले कालेज के निरीक्षण फिलहाल अभी नहीं होंगे। कोरोना के कारण यह प्रक्रिया लटक गई है। फिलहाल नैक से एक्रिडेशन लेने के लिए जो कालेज पात्र है, उन्हें इसके लिए आवेदन करने को कहा है, ताकि आवेदन संबंधी औपचारिकताएं पूरी हो सके।