रेणुका कांग्रेस विधायक विनय कुमार को उल्टा पड़ा कार्यकर्ताओं को बाहर करने का दांव, पार्टी ने रद्द किया निष्कासन 

गए थे नमाज मीनसवाने गले पड़ गए रोजे, यह कहावत रेणुका कांग्रेस और विधायक विनय कुमार पर पूरी तरह से चरितार्थ है।  रेणुका कांग्रेस और विधायक विनय कुमार द्वारा कांग्रेस मंडल के चार कार्तिकर्ताओं को पार्टी से बाहर करने दांव उल्टा पड़ गया

रेणुका कांग्रेस  विधायक विनय कुमार को उल्टा पड़ा कार्यकर्ताओं को बाहर करने का दांव, पार्टी ने रद्द किया निष्कासन 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन     21-04-2023
 
गए थे नमाज मीनसवाने गले पड़ गए रोजे, यह कहावत रेणुका कांग्रेस और विधायक विनय कुमार पर पूरी तरह से चरितार्थ है।  रेणुका कांग्रेस और विधायक विनय कुमार द्वारा कांग्रेस मंडल के चार कार्तिकर्ताओं को पार्टी से बाहर करने दांव उल्टा पड़ गया।  कांग्रेस हाईकमान ने रेणुका मंडल के चारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है। 

मजेदार बात तो यह है कि कांग्रेस हाईकमान ने ना केवल चारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द किया , बल्कि अब रेणुका कांग्रेस मंडल से उपरोक्त नेताओं के निष्कासन के लिए की गई सिफारिशों के सबूत भी तलब करने को कहा है। गौर हो कि गत दिनों रेणुका  कांग्रेस मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव बृजराज ठाकुर, मनोज ठाकुर, विजय ठाकुर और अरुण ठाकुर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित किया जाए। जिसकी सिफारिश कांग्रेस मंडल ने प्रदेश कांग्रेस हाईकमान को भेजी थी। 

बताते हैं कि स्थानीय विधायक विनय कुमार की बृजराज ठाकुर से दूरियां होने के चलते कांग्रेस मंडल ने विधायक के इशारे पर चार कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित कर प्रदेश हाईकमान को भेजा। लेकिन प्रदेश हाईकमान ने इस प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया कि उपरोक्त चारों कार्यकर्ताओं के खिलाफ पार्टी के पास किसी भी प्रकार की कोई ऐसी शिकायत नहीं है कि यह लोग पार्टी की नीतियों एवं पार्टी के खिलाफ कार्य कर रहे हैं। 

प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद विप्लव ठाकुर ने मीडिया में प्रकाशित खबरों के बाद चारों कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि रेणुकाजी कांग्रेस ने पार्टी के संविधान के अनुसार निष्कासन की उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई। 

उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ऐसी किसी भी पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत राज्य अनुशासन समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए था। समिति की जांच पड़ताल के बाद ही किसी भी निष्कासन का फैसला लिया जाता है जबकि इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। लिहाजा वह ब्लॉक कांग्रेस कमेटी रेणुकाजी के फैसले को निरस्त किया है। 

उन्होंने रेणुकाजी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को भी सलाह दी कि आगे की कार्रवाई तथ्य के अनुसार अनुशासन समिति को भेजें। साथ ही रेणुका कांग्रेस मंडल से अब उपरोक्त कार्यकर्ताओं को निष्कासन की वजह के साथ-साथ सबूत भी मांगे हैं। गौर हो कि पूर्व में चुनाव के दौरान जिला प्रचार समिति के चेयरमैन और पूर्व में प्रदेश सचिव रहे बृजराज ठाकुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी है जिसके चलते यह निष्कासन रद्द किया गया है। 

गौर हो कि चुनाव से पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान बृजराज ठाकुर ने सुक्खू का हरिपुरधार में भव्य कार्यकरण रखा है, जिसमे हजारों की भीड़ जताई गई थी, लेकिन स्थानीय विधायक विनय कुमार ने कार्यक्रम से दूरियां बनाए  रखी। प्रदेश कांग्रेस हाईकमान द्वारा चारों कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द किए जाने के चलते बृजराज ठाकुर और सुक्कू के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।