वर्ष 2022 में पेपरलेस होगी देश के सभी विधानमंडल : ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष बोले , भारत के विधान मण्डलों को भी परिवर्तन की जरूरत
लोकसभा अध्यक्ष बोले , भारत के विधान मण्डलों को भी परिवर्तन की जरूरत
सभी विधानसभाओं और विधान परिषदों को 2022 तक पेपरलेस करने का लक्ष्य
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 18-11-2021
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के समापन के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि 1921 के बाद ये पीठासीन सम्मेलन का शताब्दी वर्ष है। यह 82 वां सम्मेलन था जिसमें नये संकल्प व नये प्रस्तावों को पेश किया गया।
भारत के विधायी मंडलों ने अपनी स्वर्णिम यात्रा को पूरा किया। नये लक्ष्य उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए इसमें निर्णय लिए है। कार्यपालिका विधायिका के सामने नई चुनौतियां है जिसे देखते हुए जनता के हित भारत के विधान मण्डलों को भी कुछ परिवर्तन की आवश्यकता है। सभी से चर्चा के बाद नई नियमावली बनाई जाएगी।
मॉडल नियमावली बनाई जाएगी जिसमें एकरूपता हो। बिरला ने कहा कि संसद व विधानमंडल अपनी कार्यवाही को एक प्लेटफॉर्म पर दिखाने के लिए संकल्प पारित किया है।
अपने दायित्व कर्तव्यों को निभाते राष्ट्रपति के अभिभाषण में कोई व्यवधान न हो इसके लिए सभी दलों के साथ चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर विधान मंडलों में शून्य काल हो इसके लिए संकल्प पेश किया गया।
सदन निर्बाध रूप से चले इसके लिए चर्चा हुई। वन्ही उन्होंने बताया कि दल बदल कानून के बारे सीपी जोशी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है इस पर सभी राज्यों की सहमति नहीं बन पाई है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि सभी विधानसभाओं और विधान परिषदों को 2022 तक पेपरलेस करने का लक्ष्य रखा गया है। अगले साल तक इन्हें ई-विधान से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि संसद की तर्ज पर सभी विधानसभाओं में शून्यकाल होगा। श्रेष्ठ कार्य करने वाले विधानमंडल पुरस्कृत किए जाएंगे। पुरस्कार तय करने के लिए एक कमेटी बनेगी।