सिरमौर के गिरिपार की 140 पंचायतों आयोजित की गई विशेष रहा हाटी खुमलियाँ
जनजातीय मुद्दे को लेकर मुख्य हुआ हाटी समुदाय , अब लड़ेंगे आर पार की जंग
जनजातीय मुद्दे को लेकर मुख्य हुआ हाटी समुदाय , अब लड़ेंगे आर पार की जंग
यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़ 25-12-2021
केंद्रीय हाटी समिति के आह्वान पर गिरीपार सिरमौर की सभी पंचायतों में शनिवार को हाटी समितियों द्वारा विशेष खुमलियो का आयोजन किया गया । इसी के अंतर्गत राजगढ़ क्षेत्र में भी पंचायत स्तर पर ये हाटी खुमलियाँ आयोजित की गई ।
बता दें कि सिरमौर के हाटी क्षेत्र में किसी भी गंभीर मसले पर स्थानीय स्तर पर बैठकें करके उसे सुलझाने की परंपरा है जिसे खूमली कहते हैं। शनिवार को सबसे पहले सुबह नगर पंचायत राजगढ़ में ये हाटी इकाई की बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता समिति के प्रधान राजकुमार सूद ने की।
इस बैठक में स्थानीय जिला परिषद सदस्य सतीश ठाकुर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त नगर पंचायत राजगढ़ के पार्षद अमित कुमार और सुमन चौहान भी उपस्थित रही। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत फागू में भी हाटी समिति की बैठक इकाई अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में इकाई महासचिव विकास भारद्वाज , केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष रविदत्त भारद्वाज और राजगढ़ पत्रकार संघ के अध्यक्ष शेरजंग चौहान भी उपस्थित रहे।
इसी तरह ग्राम पंचायत दीदग में अध्यक्ष अरुण चौहान की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। छोगटाली पंचायत में भी भारी संख्या में लोग बैठक में उपस्थित रहे जहां हाटी समिति राजगढ़ के प्रवक्ता शुभम विराज राजपूत विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस तर्ज पर कोठिया जाजर , टिककर , कथली भरण और डिंबर आदि पंचायतों में हाटी खुमलियों का आयोजन किया गया।
ग्राम पंचायत शलाना की हाटी खुमली का आयोजन ग्राम भाट का सयाना में इकाई अध्यक्ष अमित शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में स्थानीय पंचायत पार्षद हर्ष ठाकुर और वरिष्ठ नेता राजपाल ठाकुर ने विशेष रूप से भाग लिया। अन्य सभी पंचायतों में भी इसी तर्ज पर बैठक करके प्रस्ताव पारित किए गए।
हाटी समिति राजगढ़ के संरक्षक राजेंद्र ठाकुर , अध्यक्ष विकल्प ठाकुर और महासचिव हरदेव भारद्वाज ने मीडिया को बताया कि इन बैठकों के माध्यम से प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें देश के प्रधानमंत्री से सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा देने की मांग की गई। इसके अतिरिक्त सिरमौर की प्राचीन संस्कृति को बचाने पर भी गंभीरतापूर्वक विचार विमर्श किया गया। बैठक में उपस्थित लोगों ने अपनी पांच हजार पुरानी संस्कृति और उसकी भाषा भूषा , लोक नृत्य , संगीत , कला , साहित्य आदि के लिए कमर कसने का आह्वान किया।
सभी पंचायत समितियों ने एकमत से प्रधानमंत्री से मांग की की जिस मुद्दे को भाजपा हर बार अपने घोषणापत्र में शामिल करते आई है उसे शीघ्र ही अमली जामा पहनाया जाया। सिरमौर का हाटी समुदाय अब और आश्वासन और वायदों पर विश्वास नहीं करेगा। सभी बैठकों में पंचायत प्रतिनिधि और युवक मंडल और महिला मंडल के लोग भी उपस्थित रहे।