सलाह : दो साल से कम उम्र के बच्चों को न पहनाएं मास्क : डा. आरती
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-11-2020
रिपन अस्पताल की नेत्ररोग विशेषज्ञ डा. आरती का कहना है कि अगर बच्चा दो साल से कम उम्र का है तो मास्क पहनाने के कारण उसे घुटन हो सकती है। बड़ों की तरह बच्चों को भी कोरोना संक्रमण का खतरा रहता है, इसलिए छोटे बच्चों को घर पर रखना ही बेहतर है।
डा. आरती ने कहा कि कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण के चलते अभिभावक अपने बच्चों को लेकर काफी चितित हैं। अगर दो वर्ष से ऊपर के बच्चों को बाहर ले जाया जा रहा है तो उन्हें मास्क पहनाया जा सकता है। लेकिन दो साल से कम के बच्चों को मास्क पहनाने से जोखिम हो सकता है। छोटे बच्चों की श्वास नलिका संकरी होती है, इससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बच्चों को बचाने के लिए सबसे बेहतर उन्हें घर पर ही रखना है। व्यस्क सदस्य घर पर रहने के दौरान भी हाथ को अच्छी तरह से साबुन से धोएं और सैनिटाइजर का प्रयोग करें। शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। डा. आरती ने बताया कि कोरोना किसी भी उम्र के व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। यह वायरस बच्चों और बुजुर्गो के लिए अधिक खतरनाक माना जा रहा है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता युवाओं से कम होती है।
बच्चे और बुजुर्ग कोरोना के कारण अधिक गंभीर स्थिति में जा सकते हैं, जो पहले से ही किसी बीमारी की चपेट में हैं। इस स्थिति में इन्हें अतिरिक्त देखभाल और सावधानी की आवश्यकता होती है। बच्चों को जंक फूड से बिल्कुल दूर रखें। उन्हें घर पर बना ताजा भोजन ही खिलाएं। फलों में सीट्रस फलों के अलावा सीजनल फल खिलाएं।
व्यायाम और सैर करने के लिए प्रोत्साहित करें। ऑनलाइन पढ़ाई करने के बाद मोबाइल को गेम खेलने की जगह रचनात्मक कार्यो में लगाएं। खांसी व जुकाम के लक्षण नजर आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाएं।