हमीरपुर और नाहन में अभी तक क्यों शुरू नहीं हुई आइसोलेशन वार्ड की सुविधा, स्वास्थ्य सचिव ने लगाई फटकार

हमीरपुर और नाहन में अभी तक क्यों शुरू नहीं हुई आइसोलेशन वार्ड की सुविधा, स्वास्थ्य सचिव ने लगाई फटकार

यंगवार्ता न्यूज - शिमला 01-10-2020

प्रदेश सरकार के नए स्वास्थ्य सचिव बनने के बाद अमिताभ अवस्थी लगातार दो दिन से राज्य के छह मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्यों समेत जिले के सभी सीएमओ के साथ वीडियो क्रान्फ्रेंस के जरिए व्यवस्थाओं को लेकर वार्ता कर रहे हैं।

कोविड मरीजों के उपचार को लेकर सचिव की ओर से सभी को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्हें कहा गया कि कोविड मरीजों के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।

सचिव ने कहा कि सभी मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्य, सीएमओ ये सुनिश्चित करें कि आइसोलेशन वार्ड में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए, ताकि यहां पर किसी भी तरह की गंदगी न फैल सके।

इसके अलावा अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों की डाइट के बारे में भी उन्होंने विशेष एहतियात बरतने को कहा है। सचिव ने कहा कि जो भी गाइडलाइन कोविड मरीजों के खाने के लिए बनी है, उस हिसाब से इनकी डाइट तैयार की जाए।

इसके अलावा कोविड से मरने वालों के शव डिस्पोज करने को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए जाएं। किसी भी मरीज के मर जाने के बाद तुरंत परिजनों को सूचित करना होगा, ताकि सभी अपने रीति-रिवाज के अनुसार दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी कर सकें।

गौर हो कि प्रदेश के छह मेडिकल कालेजों को आइसोलेशन वार्ड को शुरू करने के लिए कहा गया है, ताकि गंभीर से गंभीर कोविड मरीजों को बेहतर उपचार मुहैया करवाया जा सके। प्रदेश में शिमला के आईजीएमसी, मंडी के नेरचौक मेडिकल कालेज, चंबा मेडिकल कालेज, कांगड़ा के टांडा मेडिकल कालेज में कोविड मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड शुरू किए गए हैं।

चंबा में 15 बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड संचालित हो चुका है। सरकार की ओर से सभी मेडिकल कालेजों को आइसोलेशन वार्ड शुरू करने को कहा गया था। यहां पर वेटिलेटर सुविधा भी दी जानी थी, लेकिन नाहन, हमीरपुर में अभी तक ये आइसोलेशन वार्ड शुरू नहीं हो पाए हैं।

इन मेडिकल कालेजों के प्रधानाचार्यों ने बताया कि अभी तक आइसोलेन वार्ड बनाने के लिए ऑक्सीजन की पाइप लाइन बिछानी है, जो कि भी अभी तक नहीं बिछाई गई है। वहीं, हमीरपुर मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड को भोटा स्थित कोविड केयर सेंटर में ही बनाया जाएगा, ताकि अस्पताल से प्रेशर हट सके और अन्य मरीजों का यहां पर उपचार किया जा सके।