समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या पर पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा और पहाड़ी गायक विक्की चौहान ने बांधा समां

समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या पर बुधवार को पंजाबी और बॉलीवुड सिंगर गुरु रंधावा और पहाड़ी लोक गायक विक्की चौहान ने खूब समां बांधा

समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या पर पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा और पहाड़ी गायक विक्की चौहान ने बांधा समां

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    09-06-2022

समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या पर बुधवार को पंजाबी और बॉलीवुड सिंगर गुरु रंधावा और पहाड़ी लोक गायक विक्की चौहान ने खूब समां बांधा। रिज मैदान पर रात 12 बजे तक लोग और घूमने आए सैलानी इनके गीतों पर झूमते नजर आए। 

शिमला के रिज मैदान पर समर फेस्टिवल के दौरान पंडाल में बैठे कुछ श्रोताओं ने सिद्धू मूसेवाला अमर रहे के नारे भी लगाए।  गुरु रंधावा ने ओ तेरे नाम का दीवाना गाना गाकर सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि भी दी। 

अंतिम संध्या पर सबसे पहले विक्की की नॉनस्टाप नाटियों ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। रात करीब 8:00 बजे पहले लोक गायक कुमार साहिल फिर 9:30 बजे से विक्की चौहान ने मंच संभालते ही नॉनस्टाप नाटियों का दौर शुरू कर दिया। 

विक्की ने चमचमांदे हो..., गांव दे जबो छोरू..., शुण शुण माइए जरा...,देख जबे यार, कठे होणे चार..., कानो रे झुमके छम छम करदे..., भाईजी बात है ऐसी...डाली झूमो..., कालियो रो हांडो...,समेत 25 से अधिक नाटियां गाकर लोगों का मनोरंजन किया।

समर फेस्टिवल की अंतिम संध्या पर रिज मैदान पर लोगों का सैलाब उमड़ आया। शाम 7:00 बजे के बाद रिज मैदान पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी। रिज पार्क, पद्मदेव परिसर, टक्का बेंच तक फुल हो गए। जगह मिलने पर हजारों लोग वापस भी लौट गए। अंतिम दिन सीएम जयराम ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इनके अलावा शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और अन्य नेताओं ने भी लुत्फ उठाया।