शरद महोत्सव की तैयारियों को दिया गया अंतिम रूप , आकर्षण का केंद्र बनेंगे स्पोर्ट्स के इवेंट : एसडीएम
आयोजन सचिव विवेक महाजन ने विभिन्न समितियों के साथ की बैठक, सभी ने बताई अपनी तैयारियां। गुरु की नगरी पांवटा साहिब में 18 अक्टूबर से आयोजित होने वाले दो दिवसीय राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब 16-10-2021
आयोजन सचिव विवेक महाजन ने विभिन्न समितियों के साथ की बैठक, सभी ने बताई अपनी तैयारियां। गुरु की नगरी पांवटा साहिब में 18 अक्टूबर से आयोजित होने वाले दो दिवसीय राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न समितियों के साथ एक बैठक का आयोजन यमुना होटल में किया गया।
यह बैठक होटल यमुना के हाॅल मे हुई जिसकी अध्यक्षता आयोजन सचिव एसडीएम विवेक महाजन ने की। इस बैठक में एसडीएम ने आयोजन के लिए गठित विभिन्न समितियों से उनकी तैयारियों के बारे मे जानकारी ली और तैयारियों को अंतिम रूप दिया। उन्होंने कहा कि हमें यह आयोजन यादगार बनाना है।
यह जरूरी नही कि हर आयोजन सांस्कृतिक संध्या के साथ ही अच्छा रहें। हमें कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कार्य करना है। जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा तो अगले वर्ष धूमधाम से सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन भी करेंगे। इस बार हमे स्पोर्ट्स के इवेंट को आकर्षित बनाना है।
अन्य आयोजन जिसमें यमुना आरती व पूजा अर्चना का कार्यक्रम भी अच्छा करना है। एसडीएम पांवटा साहिब ने बताया कि 18 अक्टूबर को सुबह उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम और शाम को खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर मुख्य अतिथि रहेंगे।
वहीं समापन पर 19 अक्टूबर को सुबह एसपी सिरमौर ओमापति जम्वाल तथा समापन व पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी मौजूद रहेंगे। इसी तरह खेल-कूद मे भी बड़ी खेल हस्तियों के आने की सूचना है।
इस मौके पर डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर, तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, नायब तहसीलदार रणजीत सिंह बेदी, नगर परिषद चेयरपर्सन निर्मल कौर, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष सतीश गोयल, विद्युत बोर्ड पांवटा मंडल के वरिष्ठ अधिशासी अभियन्ता अजय चौधरी, एसडीओ मुकेश सिंह, भाजपा मंडल प्रधान अरविंद गुप्ता, कबड्डी संघ सिरमौर के अध्यक्ष कुलदीप राणा, ब्राह्मण सभा के संयोजक मदन शर्मा, एसएमओ डॉ अमिताभ जैन, डाॅ एवी राघव, वार्ड पार्षद डॉ रोहताश नांगिया, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और सामाजिक तथा धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।